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पीपल की पूजा कब करनी चाहिए? पीपल की पूजा करने का सही समय क्या है?

सनातन धर्म में पीपल को दैवीय और पूजनीय माना जाता है क्यों की इसमें देवी-देवताओं का वास होता है। इसलिए पीपल की पूजा कर रहे हैं, तो पीपल की पूजा कब करनी चाहिए और उसका सही समय क्या है यह जान लें।  

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पीपल की पूजा कब करनी चाहिए ? क्या पीपल की पूजा प्रतिदिन कर सकते हैं ? 

पीपल की पूजा प्रतिदिन सूर्योदय के बाद करनी चाहिए किन्तु रविवार के दिन पीपल की पूजा करना अशुभ माना जाता है। मान्यता है कि पीपल की पूजा रविवार के दिन करने से घर में दरिद्रता आती है। 

पीपल की पूजा सूर्योदय बाद करने से होगी घर में सुख- समृद्धि का आगमन!

पीपल सभी वृक्षों में से सर्वोत्तम और विशेष है। इस देव वृक्ष की पूजा प्रतिदिन सूर्योदय के बाद करना शुभ माना जाता है। स्कंद पुराण के अनुसार पीपल भगवान विष्णु का ही जीवंत स्वरूप है। पीपल की पूजा करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। 

पीपल की पूजा शाम को करें, शनि दोष से मिलेगी मुक्ति!

शनिवार के दिन शाम को पीपल के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। शनि दोष से मुक्ति मिलती है। जीवन में सारी परेशानियां दूर हो जाती है। 

रविवार के दिन पीपल की पूजा न करें, घर में दरिद्रता दे सकती है दस्तक! 

रविवार के दिन पीपल की पूजा करना मना है। इस दिन पीपल की पूजा करने से घर में दरिद्रता आती है। पुराणों के अनुसार इस दिन माता लक्ष्मी की बहन अलक्ष्मी पीपल में वास करती हैं। कहते हैं जिस घर में अलक्ष्मी का वास होता है उस घर में अशांति लगी रहती है। इसलिए रविवार के दिन पीपल की पूजा नहीं करनी चाहिए।  

मुझे आशा है कि पीपल की पूजा कब करनी चाहिए इसकी जानकारी आपको मिल गयी होगी। ब्लॉग अंत तक पढ़ने के बहुत बहुत धन्यवाद।