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पीपल की परिक्रमा के लाभ क्या है? पीपल की परिक्रमा करने से क्या प्राप्त होती है? 

पीपल एक देव वृक्ष है और शास्त्रों में पीपल की पूजा के साथ इस पावन वृक्ष की परिक्रमा करने के लिए कहा गया है। इसलिए ये भी जान लें कि पीपल की परिक्रमा करने से क्या फायदे मिलते हैं। 

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पीपल की परिक्रमा के लाभ क्या है? पीपल की परिक्रमा करने से कौन कौन से फायदे मिलते हैं? 

हिन्दू शास्त्रों के अनुसार, पीपल के पेड़ की परिक्रमा करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। पीपल की जितनी बार अर्थात 3, 4, 8 या 108 बार चक्कर लगाया जाता है उसके उतने ही अनूठा और चमत्कार लाभ मिलते हैं।                                                                                                                                                               

पीपल के परिक्रमा करने से लक्ष्मी माता की कृपा प्राप्त होगी!

पुराणों में पीपल की 3 या 5 बार परिक्रमा करने की मान्यता है और ऐसा करने से माता लक्ष्मी संतुष्ट होती हैं। आर्थिक संकट से मुक्ति मिलती है।परिवार में सुख समृद्धि बनी रहती है।   

शनि दोष से मुक्ति, पीपल की परिक्रमा से ही होगा!

कुंडली में अगर शनि दोष है तो शनिवार के दिन पीपल की 4 या 7 बार परिक्रमा करने से शनि पीड़ा से मुक्ति मिलती है। शनिदेव की कृपा दृष्टि सदैव परिवार पर बनी रहती है।   

संतान सुख की प्राप्ति के लिए महिलाएं करती पीपल की परिक्रमा!

निसंतान महिलाएं पीपल की परिक्रमा करती हैं और परिवार की सुख शांति के साथ संतान सुख की कामना करती हैं। कहते हैं पीपल की 8 बार परिक्रमा करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। 

पीपल के परिक्रमा से मिलेगा उत्तम स्वास्थ्य का फल!

पुराणों में पीपल की 108  बार परिक्रमा करने की मान्यता है और ऐसा करने से स्वास्थ्य सही रहता है। शरीर में वात, पित्त और कफ का सही संतुलन रहता है।पीपल से ऑक्सीजन प्रचुर मात्रा में मिलती है इसलिए शरीर में श्वास जनित समस्या भी दूर हो जाता है। मानसिक शांति प्राप्त होती है। मन स्वस्थ और खुश रहता है। मन सकारात्मक ऊर्जा से भरा रहता है।  

मुझे उम्मीद है पीपल की परिक्रमा करने से कौन सी फल की प्राप्ति होती है आप जान गए होंगे।ब्लॉग के अंत तक बने रहने के लिए धन्यवाद।